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हनुमान जी के 12 नाम

🌞आइए जानते हैं हनुमान जी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें …..
☺हनुमान, आंजनेय या मारुति ऐसे अनेकों नामो से पुकारे जाने वाले श्री हनुमानजी महाराज शिवजी के ११वें रुद्रावतार हैं ।
🌍इस धरा पर जिन सात मनीषियों को अमरत्व का वरदान प्राप्त है, जिनको सप्त चिरंजीवी कहतें हैं । उनमें बजरंगबली भी हैं। 🐒हनुमान जी का अवतार भगवान राम की सहायता के लिये हुआ था ।
हनुमान जी के पराक्रम की असंख्य गाथाएं शास्त्रों में प्रचलित हैं। इन्होंने जिस तरह से श्री राम के साथ सुग्रीव की मैत्री कराई और फिर वानरों की मदद से राक्षसों का मर्दन किया, वह अत्यन्त प्रसिद्ध है।
हनुमान जी भक्ति , ज्ञान, एवं वैराग्य की प्रतिमूर्ति हैं ।
इनके पिता का नाम केसरी एवं माता का नाम अंजना हैं ।
🏟ज्योतिषीयों के सटीक गणना के अनुसार हनुमान जी का जन्म त्रेतायुग के अंतिम चरण में चैत्र 🌝पूर्णिमा को मंगलवार के दिन चित्रा नक्षत्र व मेष लग्न के योग में सुबह 6.03 बजे भारत देश में आज के झारखंड राज्य के गुमला जिले के आंजन नाम की छोटी सी पहाड़ी पर एक गुफा में हुआ था।
इन्हें बजरंगबली के रूप में जाना जाता है ⚓क्योंकि इनका शरीर एक वज्र की तरह था। वे पवन-पुत्र के रूप में जाने जाते हैं। वायु अथवा पवन (हवा के देवता) ने हनुमान को पालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

मारुत (संस्कृत: मरुत्) का अर्थ हवा है। नंदन का अर्थ बेटा है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार हनुमान “मारुति” अर्थात “मारुत-नंदन” (हवा का बेटा) हैं।
आठ सिद्धियों और नौ निधियों के दाता हैं हनुमान जी महाराज।
📚धार्मिक ग्रंथों में कहा गया है कि उनके 12 नामों के स्मरण मात्र से आपके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे और आपको समस्त सांसारिक सुखों की प्राप्ति भी होगी।
तो आइए जानते हैं हनुमानजी जी के 12 चमत्कारिक नाम, जिनके स्मरण मात्र से आपके सारे कष्ट छू मंतर हो जाएंगे

1- हनुमान
2- अंजनी सुत
3- वायु पुत्र
4- महाबल
5- रामेष्ठ
6- फाल्गुण सखा
7- पिंगाक्ष
8- अमित विक्रम
9- उदधिक्रमण
10- सीता शोक विनाशन
11- लक्ष्मण प्राण दाता
12- दशग्रीव दर्पहा

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