प्रसन्नता का राज – संसार में सभी जीव अपने भाग्य का ही खातें हैं । जिसके भाग्य में जितना आना या जाना लिखा हुआ हैं, वह होके रहेगा ।फिर परेशान होने से क्या लाभ ॥
प्रसन्नता का राज – संसार में सभी जीव अपने भाग्य का ही खातें हैं । जिसके भाग्य में जितना आना या जाना लिखा हुआ हैं, वह होके रहेगा ।फिर परेशान होने से क्या लाभ ॥